दोस्तो, मेरा नाम कुन्दन है.. मैं 23 साल का हूँ। यह मेरा पहला लेखन है.. मैं अपनी सत्य घटना आपके सामने लाना चाहता हूँ।
मैं पहली बार किसी भी सेक्स वेबसाइट पर पहली बार अपना एक इरोटिक और हॉट इंसिडेंट लिख रहा हूँ।
बात उस वक्त की है.. जब मैं भोपाल में एक मेल एस्कॉर्ट बना था। मुझे नहीं मालूम था कि मेल एस्कॉर्ट बनना किसी भी एक साधारण लड़के की तरह मेरे लिए नार्मल सा होगा..
जब से मैं जवान हुआ था.. तब से मेरे दिल में किसी ओल्ड लेडी ख़ासतौर से जो 30 के ऊपर की हो.. के साथ सेक्स करने का बड़ा मन था।
मैंने बहुत सी भाभी.. आंटी.. पड़ोसन पर लाइन भी मारी.. पर बात नहीं बनी। फिर एक दिन मैंने भोपाल में एक एस्कॉर्ट कंपनी का विज्ञापन पढ़ा और वहाँ गया.. तो मुझे वहाँ मेल एस्कॉर्ट की जॉब मिल गई।
मुझे यह जॉब कोई पैसों के लिए नहीं करनी थी.. सिर्फ मुझे अपनी सेक्स की हवस या कहें तो.. ‘ठरक’ ज्यादा सही शब्द है.. मिटानी थी।
मैंने उनके साथ एक एग्रीमेंट साइन किया फिर उन्होंने मुझे जॉब के बारे में बताया और ये भी बताया कि मुझे अपने क्लाइंट के साथ क्या करना है और उसे कैसे खुश करना है।
उन्होंने मुझसे एक सिक्योरिटी अमाउंट भी जमा करवाया। फिर 2 दिन बाद.. मेरे फर्स्ट असाइनमेंट के लिए उनका कॉल आया।
उन्होंने मुझे थोड़ा बहुत ट्रेनिंग के नाम पर बताया कि मुझे क्लाइंट को किस तरह से ट्रीट करना है और फिर उसके बाद मुझे सब काम से पहले कैश लेने के लिए भी बोला।
यह मेरे लिए एक नई किस्म की शाम जैसी थी। मुझे क्लाइंट का फ़ोन आया और उसने मुझसे कहा- मैं तुम्हें हयात होटल के बाहर से पिक करूँगी।
उसकी आवाज निहायत ही जवान लड़की जैसी थी। उसने मुझे मूड्स के अल्ट्राथिन कंडोम और चॉकलेट फ्लेवर कंडोम लाने को कहा। उसने मुझे से मूड्स के लुब्रिकेंट भी लाने को कहा और कहा- लुब्रिकेंट के यूज़ से सेक्स में और भी ज्यादा मज़ा आता है।
फिर.. मैं जहाँ उसने बताया था.. वहाँ पहुँच कर उसका इंतज़ार करने लगा। वो एक लम्बी सी गाड़ी में आई और उसने मुझे कॉल किया.. मैं उसके पास गया और मैंने सर झुका कर उसको ‘ग्रीट’ किया और उसने भी हाथ मिलाकर मुझे हैलो कहा। वो बहुत ज्यादा यंग नहीं लग रही थी.. लगभग 30 के पेटे में रही होगी और थोड़ी मोटी थी।
मेरे हिसाब से उसका फिगर 36-34-38 का रहा होगा।
उसने मुझे उसकी गाड़ी में बैठने को बोला और मैंने गाड़ी में बैठ कर कहा- जो भी आपने बोला था.. मैं लेकर आया हूँ।
उसने अपनी गर्दन हिलाई और मुझे एक स्माइल पास कर दी।
फिर हम दोनों उसके फ्लैट पर चले गए।
मैं ड्राइंगरूम में पड़े काउच पर बैठ गया और वो मेरे लिए एप्पल जूस और पैसे लेकर आई। मैंने पैसे पर्स में रखे.. जूस ख़त्म किया और वो तब तक मेरे बाजू में ही खड़ी रही..
मैंने जैसे ही जूस ख़त्म किया.. मैं खड़ा हुआ और बिना समय गंवाए.. उसके हाथ को पकड़ कर अपनी ओर खींच लिया और फिर उसके होंठों पर अपने होंठों को रख दिया।
मेरे हाथ लगातार उसकी मखमली कमर पर चल रहे थे.. वो मेरे कान के पास आई और धीरे से बोली- मुझे सिडयूस होकर चुदना पसंद है..
यह सुनकर.. मैंने उसे अपनी छाती से चिपका लिया और उसके बड़े-बड़े मम्मे मेरी छाती में चुभने लगे थे।
उसकी बैचेनी देख कर समझ आ रहा था कि वो बहुत दिनों से लंड की प्यासी है।
मैंने उसको घुमाया और उसकी पीठ पर किस करना शुरू कर दिया। उसकी पीठ बहुत ही खूबसूरत.. गोरी और मखमली थी।
उसकी पीठ पर चूमते हुए.. मैंने उसकी चूतड़ों को दबाना शुरू कर दिया..
वाह्ह्ह.. क्या चुदाऊ चूतड़ थे..
उसने मुझे हल्के से धक्का दिया और मेरी शर्ट के बटन खोल दिए और मेरी छाती को चूमा और मेरे निप्पलों को अपनी उंगलियों से भींच दिया।
मैं पागलों की तरह उसके होंठों को चूम रहा था। अब हम दोनों ही काफी बैचेन हो चुके थे। उसने मेरे हाथ पकड़ा और मुझे अपने बेडरूम में ले गई।
मैं कमरे में घुसा.. अन्दर का नजारा.. डिम लाइट.. बिस्तर पर लाल गुलाब की सजावट देख कर मैं तो हैरान ही रह गया..
वाऊ.. के अलावा कुछ शब्द ही नहीं थे मेरे पास कहने के लिए..
मुझे ऐसे हैरान देख कर वो मेरे पास आई और मेरे कानों में बोली- जानेमन.. मुझे पता है.. ये तुम्हारा पहला सेक्स है और मेरी चूत से ही तुम्हारे लंड का ढक्कन खुलने वाला है.. तो यह तुम्हारी सुहागरात है..
उसकी बात सुनकर मेरे लंड को और भी जोश आ गया।
उसने मुझे एकदम से बिस्तर पर धक्का दे दिया और मेरे ऊपर चढ़ गई और मेरी जींस की ज़िप खोलकर मेरे लंड को बाहर निकाल लिया।
वो मेरे लंड को देख कर आँखें चौड़ी करके बोली– उफ्फ्फ.. ये तो बहुत बड़ा और मोटा है..
मैंने अपने कंधे उचका कर कहा- आई हैव नो आईडिया..
उसने मुझे चॉकलेट फ्लेवर कंडोम माँगा और मेरे लंड पर चढ़ाया और चूसना शुरू कर दिया.. वो इतने मज़े से मेरा लंड चूस रही थी कि मैं मस्ती में सीत्कार कर रहा था।
वो अपने हाथ से मेरे लंड को साथ ही साथ मसल भी रही थी। ये मेरा पहला सेक्स था.. तो मैं ज्यादा देर कण्ट्रोल नहीं कर पाया और मैंने उससे कहा- मेरा माल निकलने वाला है..
वो अब और भी तेज स्पीड से उसको चूस रही थी और एक ही मिनट में मैंने अपना माल एकदम से कंडोम में ही छोड़ दिया।
मेरे माल से भरे कंडोम को उसने निकाला और मुस्कुरा कर कहा– अब तुम्हारी बारी..
अब मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए और उसको नंगी कर दिया।
मैंने उसके जैसा सेक्सी जिस्म कभी नहीं देखा था। मैं उसके नंगे बदन को देख कर मचल उठा और मैंने उसको अपनी बाँहों में लेकर किस करना शुरू कर दिया। मैं उसके पूरे शरीर पर बेतहाशा चूम रहा था।
उसने बोला– थोड़ा हार्ड.. और जोर से..
मैं उसके साथ वैसे ही किया.. जैसे उसने मुझे बोला.. उसको मज़ा आने लगा था और वो अपने बड़े नाखूनों को मेरी पीठ में गड़ा रही थी।
मुझे ऐसा लग रहा था कि वो बहुत दिनों से चुदाई की प्यासी थी और मुझे किसी भूखी बिल्ली की तरह नोंच रही थी। फिर मैंने उसकी चूत पर लुब्रिकेंट.. लगाया और अपनी एक ऊँगली उसकी चूत में डाल दी।
मैं उसकी चूत में अपनी एक ऊँगली अन्दर– बाहर कर रहा था और उसकी चूत के दाने को अपनी जीभ से चाट रहा था।
वो मेरे सिर को अपनी चूत में दबा रही थी और बोले जा रही थी- आहाहह.. अहहहह.. और जोर से चाट मादरचोद.. और जोर से.. रंडा तो बन गया साले.. चोद तो मुझे रंडी की तरह.. अहह्हा ऐईई उफ्फ्फ़..
मैंने उसकी चूत के दाने पर काट लिया.. तो वो तड़प उठी और मेरे बालों को खींचने लगी.. उसका बदन अब अकड़ने लगा और मैंने अपने लंड को भी अब चुदाई के लिए तैयार कर लिया था।
उसने मुझे मेरे बाल खींच कर ऊपर किया और अपने हाथ से मेरे लंड को खींचने लगी।
मेरा लंड अब चुदाई के लिए फुंफकारें मार रहा था। उसने अपने हाथो से मेरे लंड पर कंडोम लगाया और अपने हाथ से मेरे लंड को अपनी चूत पर रख कर रगड़ने लगी।
मैंने भी टाइम वेस्ट ना करते हुए अपनी गांड को हिलाकर एक जोरदार झटका मारा और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया।
मेरे लंड के चूत में घुसते ही.. उसके मुँह से जोरदार सिसकारी निकल पड़ी- आआ.. अहह हहह.. मर गईईई.. ईईई ईईईई.. धीरे.. धीरे.. चोद हरामी..
कुछ देर ऐसे ही चोदने के बाद.. मैंने उसको पलटा और उसके ऊपर आ गया.. अब मैंने उसकी गांड को खोलकर अपने लंड को उसकी चूत पर सटाया और उसे चोदने लगा।
मैंने उसके कन्धों को पकड़ा हुआ था.. जो मुझे लौड़े को अन्दर-बाहर करने में हेल्प कर रहे थे। मैं उसको बहुत तेज और जोर से चोद रहा था और उसके मुँह से लगातार निकलती दर्द भरी सिसकियाँ मेरा जोश बढ़ा रही थीं।
मैंने उसको इस पोजीशन में कुछ देर चोदा और फिर उसको घोड़ी बनाया और अपने लंड को उसकी गांड के छेद पर रख दिया और उसकी गांड के छेद पर रगड़ने लगा।
कुछ देर उसके बिना नोटिस के अपने लंड को उसकी गांड में उतार दिया। वो बहुत चुदासी औरत थी और गांड पहले भी मरवाई हुई थी.. तो मेरा लंड थोड़े से जोर लगाने से अन्दर चला गया।
मैं उसको इसी पोजीशन में कुछ देर चोदता रहा और फिर एक जोरदार गरम पिचकारी के साथ उसकी गांड के छेद में ही झड़ गया।
वो मस्त हुए जा रही थी और धड़ाम से नीचे गिर गई। मैंने कंडोम अपने लंड से उतारा और साइड में फेंक दिया।
अब हम दोनों नंगे ही बिस्तर पर पड़े हुए थे और उस रात.. मैंने उसकी 2 बार और चुदाई की।
उसके बाद.. मैं वाशरूम में जाकर फ्रेश हुआ और तब तक वो मेरे लिए कैब के लिए बोल चुकी थी। कैब के आने तक.. उसने मुझे कॉफ़ी ऑफर की और उसने कुछ बातें की।
मुझे फिर से बुलाने के लिए बोला और मेरे होंठों पर ‘गुडबाय किस’ किया।
मैं कैब से अपने घर वापस आ गया।
मैं पहली बार किसी भी सेक्स वेबसाइट पर पहली बार अपना एक इरोटिक और हॉट इंसिडेंट लिख रहा हूँ।
बात उस वक्त की है.. जब मैं भोपाल में एक मेल एस्कॉर्ट बना था। मुझे नहीं मालूम था कि मेल एस्कॉर्ट बनना किसी भी एक साधारण लड़के की तरह मेरे लिए नार्मल सा होगा..
जब से मैं जवान हुआ था.. तब से मेरे दिल में किसी ओल्ड लेडी ख़ासतौर से जो 30 के ऊपर की हो.. के साथ सेक्स करने का बड़ा मन था।
मैंने बहुत सी भाभी.. आंटी.. पड़ोसन पर लाइन भी मारी.. पर बात नहीं बनी। फिर एक दिन मैंने भोपाल में एक एस्कॉर्ट कंपनी का विज्ञापन पढ़ा और वहाँ गया.. तो मुझे वहाँ मेल एस्कॉर्ट की जॉब मिल गई।
मुझे यह जॉब कोई पैसों के लिए नहीं करनी थी.. सिर्फ मुझे अपनी सेक्स की हवस या कहें तो.. ‘ठरक’ ज्यादा सही शब्द है.. मिटानी थी।
मैंने उनके साथ एक एग्रीमेंट साइन किया फिर उन्होंने मुझे जॉब के बारे में बताया और ये भी बताया कि मुझे अपने क्लाइंट के साथ क्या करना है और उसे कैसे खुश करना है।
उन्होंने मुझसे एक सिक्योरिटी अमाउंट भी जमा करवाया। फिर 2 दिन बाद.. मेरे फर्स्ट असाइनमेंट के लिए उनका कॉल आया।
उन्होंने मुझे थोड़ा बहुत ट्रेनिंग के नाम पर बताया कि मुझे क्लाइंट को किस तरह से ट्रीट करना है और फिर उसके बाद मुझे सब काम से पहले कैश लेने के लिए भी बोला।
यह मेरे लिए एक नई किस्म की शाम जैसी थी। मुझे क्लाइंट का फ़ोन आया और उसने मुझसे कहा- मैं तुम्हें हयात होटल के बाहर से पिक करूँगी।
उसकी आवाज निहायत ही जवान लड़की जैसी थी। उसने मुझे मूड्स के अल्ट्राथिन कंडोम और चॉकलेट फ्लेवर कंडोम लाने को कहा। उसने मुझे से मूड्स के लुब्रिकेंट भी लाने को कहा और कहा- लुब्रिकेंट के यूज़ से सेक्स में और भी ज्यादा मज़ा आता है।
फिर.. मैं जहाँ उसने बताया था.. वहाँ पहुँच कर उसका इंतज़ार करने लगा। वो एक लम्बी सी गाड़ी में आई और उसने मुझे कॉल किया.. मैं उसके पास गया और मैंने सर झुका कर उसको ‘ग्रीट’ किया और उसने भी हाथ मिलाकर मुझे हैलो कहा। वो बहुत ज्यादा यंग नहीं लग रही थी.. लगभग 30 के पेटे में रही होगी और थोड़ी मोटी थी।
मेरे हिसाब से उसका फिगर 36-34-38 का रहा होगा।
उसने मुझे उसकी गाड़ी में बैठने को बोला और मैंने गाड़ी में बैठ कर कहा- जो भी आपने बोला था.. मैं लेकर आया हूँ।
उसने अपनी गर्दन हिलाई और मुझे एक स्माइल पास कर दी।
फिर हम दोनों उसके फ्लैट पर चले गए।
मैं ड्राइंगरूम में पड़े काउच पर बैठ गया और वो मेरे लिए एप्पल जूस और पैसे लेकर आई। मैंने पैसे पर्स में रखे.. जूस ख़त्म किया और वो तब तक मेरे बाजू में ही खड़ी रही..
मैंने जैसे ही जूस ख़त्म किया.. मैं खड़ा हुआ और बिना समय गंवाए.. उसके हाथ को पकड़ कर अपनी ओर खींच लिया और फिर उसके होंठों पर अपने होंठों को रख दिया।
मेरे हाथ लगातार उसकी मखमली कमर पर चल रहे थे.. वो मेरे कान के पास आई और धीरे से बोली- मुझे सिडयूस होकर चुदना पसंद है..
यह सुनकर.. मैंने उसे अपनी छाती से चिपका लिया और उसके बड़े-बड़े मम्मे मेरी छाती में चुभने लगे थे।
उसकी बैचेनी देख कर समझ आ रहा था कि वो बहुत दिनों से लंड की प्यासी है।
मैंने उसको घुमाया और उसकी पीठ पर किस करना शुरू कर दिया। उसकी पीठ बहुत ही खूबसूरत.. गोरी और मखमली थी।
उसकी पीठ पर चूमते हुए.. मैंने उसकी चूतड़ों को दबाना शुरू कर दिया..
वाह्ह्ह.. क्या चुदाऊ चूतड़ थे..
उसने मुझे हल्के से धक्का दिया और मेरी शर्ट के बटन खोल दिए और मेरी छाती को चूमा और मेरे निप्पलों को अपनी उंगलियों से भींच दिया।
मैं पागलों की तरह उसके होंठों को चूम रहा था। अब हम दोनों ही काफी बैचेन हो चुके थे। उसने मेरे हाथ पकड़ा और मुझे अपने बेडरूम में ले गई।
मैं कमरे में घुसा.. अन्दर का नजारा.. डिम लाइट.. बिस्तर पर लाल गुलाब की सजावट देख कर मैं तो हैरान ही रह गया..
वाऊ.. के अलावा कुछ शब्द ही नहीं थे मेरे पास कहने के लिए..
मुझे ऐसे हैरान देख कर वो मेरे पास आई और मेरे कानों में बोली- जानेमन.. मुझे पता है.. ये तुम्हारा पहला सेक्स है और मेरी चूत से ही तुम्हारे लंड का ढक्कन खुलने वाला है.. तो यह तुम्हारी सुहागरात है..
उसकी बात सुनकर मेरे लंड को और भी जोश आ गया।
उसने मुझे एकदम से बिस्तर पर धक्का दे दिया और मेरे ऊपर चढ़ गई और मेरी जींस की ज़िप खोलकर मेरे लंड को बाहर निकाल लिया।
वो मेरे लंड को देख कर आँखें चौड़ी करके बोली– उफ्फ्फ.. ये तो बहुत बड़ा और मोटा है..
मैंने अपने कंधे उचका कर कहा- आई हैव नो आईडिया..
उसने मुझे चॉकलेट फ्लेवर कंडोम माँगा और मेरे लंड पर चढ़ाया और चूसना शुरू कर दिया.. वो इतने मज़े से मेरा लंड चूस रही थी कि मैं मस्ती में सीत्कार कर रहा था।
वो अपने हाथ से मेरे लंड को साथ ही साथ मसल भी रही थी। ये मेरा पहला सेक्स था.. तो मैं ज्यादा देर कण्ट्रोल नहीं कर पाया और मैंने उससे कहा- मेरा माल निकलने वाला है..
वो अब और भी तेज स्पीड से उसको चूस रही थी और एक ही मिनट में मैंने अपना माल एकदम से कंडोम में ही छोड़ दिया।
मेरे माल से भरे कंडोम को उसने निकाला और मुस्कुरा कर कहा– अब तुम्हारी बारी..
अब मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए और उसको नंगी कर दिया।
मैंने उसके जैसा सेक्सी जिस्म कभी नहीं देखा था। मैं उसके नंगे बदन को देख कर मचल उठा और मैंने उसको अपनी बाँहों में लेकर किस करना शुरू कर दिया। मैं उसके पूरे शरीर पर बेतहाशा चूम रहा था।
उसने बोला– थोड़ा हार्ड.. और जोर से..
मैं उसके साथ वैसे ही किया.. जैसे उसने मुझे बोला.. उसको मज़ा आने लगा था और वो अपने बड़े नाखूनों को मेरी पीठ में गड़ा रही थी।
मुझे ऐसा लग रहा था कि वो बहुत दिनों से चुदाई की प्यासी थी और मुझे किसी भूखी बिल्ली की तरह नोंच रही थी। फिर मैंने उसकी चूत पर लुब्रिकेंट.. लगाया और अपनी एक ऊँगली उसकी चूत में डाल दी।
मैं उसकी चूत में अपनी एक ऊँगली अन्दर– बाहर कर रहा था और उसकी चूत के दाने को अपनी जीभ से चाट रहा था।
वो मेरे सिर को अपनी चूत में दबा रही थी और बोले जा रही थी- आहाहह.. अहहहह.. और जोर से चाट मादरचोद.. और जोर से.. रंडा तो बन गया साले.. चोद तो मुझे रंडी की तरह.. अहह्हा ऐईई उफ्फ्फ़..
मैंने उसकी चूत के दाने पर काट लिया.. तो वो तड़प उठी और मेरे बालों को खींचने लगी.. उसका बदन अब अकड़ने लगा और मैंने अपने लंड को भी अब चुदाई के लिए तैयार कर लिया था।
उसने मुझे मेरे बाल खींच कर ऊपर किया और अपने हाथ से मेरे लंड को खींचने लगी।
मेरा लंड अब चुदाई के लिए फुंफकारें मार रहा था। उसने अपने हाथो से मेरे लंड पर कंडोम लगाया और अपने हाथ से मेरे लंड को अपनी चूत पर रख कर रगड़ने लगी।
मैंने भी टाइम वेस्ट ना करते हुए अपनी गांड को हिलाकर एक जोरदार झटका मारा और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया।
मेरे लंड के चूत में घुसते ही.. उसके मुँह से जोरदार सिसकारी निकल पड़ी- आआ.. अहह हहह.. मर गईईई.. ईईई ईईईई.. धीरे.. धीरे.. चोद हरामी..
कुछ देर ऐसे ही चोदने के बाद.. मैंने उसको पलटा और उसके ऊपर आ गया.. अब मैंने उसकी गांड को खोलकर अपने लंड को उसकी चूत पर सटाया और उसे चोदने लगा।
मैंने उसके कन्धों को पकड़ा हुआ था.. जो मुझे लौड़े को अन्दर-बाहर करने में हेल्प कर रहे थे। मैं उसको बहुत तेज और जोर से चोद रहा था और उसके मुँह से लगातार निकलती दर्द भरी सिसकियाँ मेरा जोश बढ़ा रही थीं।
मैंने उसको इस पोजीशन में कुछ देर चोदा और फिर उसको घोड़ी बनाया और अपने लंड को उसकी गांड के छेद पर रख दिया और उसकी गांड के छेद पर रगड़ने लगा।
कुछ देर उसके बिना नोटिस के अपने लंड को उसकी गांड में उतार दिया। वो बहुत चुदासी औरत थी और गांड पहले भी मरवाई हुई थी.. तो मेरा लंड थोड़े से जोर लगाने से अन्दर चला गया।
मैं उसको इसी पोजीशन में कुछ देर चोदता रहा और फिर एक जोरदार गरम पिचकारी के साथ उसकी गांड के छेद में ही झड़ गया।
वो मस्त हुए जा रही थी और धड़ाम से नीचे गिर गई। मैंने कंडोम अपने लंड से उतारा और साइड में फेंक दिया।
अब हम दोनों नंगे ही बिस्तर पर पड़े हुए थे और उस रात.. मैंने उसकी 2 बार और चुदाई की।
उसके बाद.. मैं वाशरूम में जाकर फ्रेश हुआ और तब तक वो मेरे लिए कैब के लिए बोल चुकी थी। कैब के आने तक.. उसने मुझे कॉफ़ी ऑफर की और उसने कुछ बातें की।
मुझे फिर से बुलाने के लिए बोला और मेरे होंठों पर ‘गुडबाय किस’ किया।
मैं कैब से अपने घर वापस आ गया।