नमस्ते मेरे सारे देबर को सुनीता भाभी की इस नयी कहानी को स्वागत । में आपका प्रिय सुनीता पृस्टी आप सभी के लिए आज की ये नयी कहानी लेकर आई हूँ । ये कहानी एक तड़पती हुई लण्ड की । ये कहानी पढ़ कर मुझे कमेंट लिखना । आप को सनी की इसी कहानी को उसीकी भासा में समझा देता हूँ ।
दोस्तो, मेरा नाम सैंडी उर्फ़ सनी जाट है और मैं जयपुर का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 27 वर्ष है.. मेरी हाईट 5’11” है.. रंग सांवला है.. एथलेटिक बॉडी है।
मैं bhauja.com का नियमित पाठक हूँ, मैंने आप लोगों की पसंदीदा Bhauja.com की कहानियाँ पढ़ीं.. तो मेरा भी मन किया कि आप लोगों को अपनी कहानी बताऊँ।
मैं अपने जीवन में घटी एक सच्ची घटना बताता हूँ.. इसे पढ़कर आपका भी मन करेगा कि काश.. सनी की जगह मैं होता।
मैं जयपुर में 4 सालों से रह रहा हूँ। एक बार मैं जयपुर के वर्ल्ड फेमस सिनेमा हॉल राजमंदिर में मूवी देखने जा रहा था। उस समय मैं नया-नया ही जयपुर में आया था.. इसलिए मेरा कोई दोस्त नहीं था.. मैं अकेला ही चला गया।
टिकट खरीद कर मैं अपनी सीट पर जा कर बैठ गया। मूवी शुरू होने के कुछ देर बाद विदेशी सैलानियों का एक झुण्ड हॉल में प्रवेश करता है.. मैं मध्य वाली गैलरी में एक सीट छोड़कर बैठा था।
उस झुण्ड में से एक विदेशी महिला मेरे पास आकर बैठ गई। मैंने पहली बार किसी विदेशी को इतने पास से देखा था। उसने ब्लैक टी-शर्ट और ग्रे निक्कर पहन रखी थी। वो लगभग 32 साल की महिला थी.. उसका रंग दूध जितना सफ़ेद था।
मूवी में एक सीन पर सारे दर्शक हंसने लगे.. तो उस महिला ने मुझसे पूछ लिया- ये क्यों हंस रहे हैं?
तो मैंने उस सीन का इंग्लिश में मतलब उसे बताया तो वो भी हंसने लगी। उसने मुझे ‘थैंक्स’ कहा और मेरा नाम पूछा।
मैंने अपना नाम बता कर उसका नाम पूछा.. तो उसने अपना नाम जिमी बताया और वो नीदरलैंड से थी।
कुछ देर बाद बैठक बदलते वक़्त मेरा हाथ उसकी जांघ से टकरा गया.. तो उसने मेरी तरफ देखा। मैंने उसे ‘सॉरी’ कहा.. तो वो केवल हल्के से मुस्कुराई।
मैंने किसी से सुना था कि विदेशी सैलानी शिकायत कर दे तो जमानत भी नहीं होती है.. इसलिए मैं थोड़ा संभल कर बैठा।
इस वक्त तक मैं उसे केवल दूर से ही देखना चाहता था। इंटरवल के बाद मूवी में एक रोमांटिक सीन आया.. तो वो बार-बार मेरी ओर देख रही थी।
परदे पर रोमांटिक सीन देखकर मेरे मन में भी उसकी तरफ देखने का मन करने लगा। मेरा ध्यान बार-बार उसके गले के नीचे वाले भाग पर जा रहा था.. जो कि टी-शर्ट का गला बड़ा और काफी खुला हुआ होने के कारण दिख रहा था।
शायद उसने भी ये देख लिया था.. लेकिन वो कुछ नहीं बोली।
उसने अपना हाथ हल्के से इस तरह अपनी जांघ के पास रखा कि वो मेरी जांघ को छू जाए।
इससे मेरी भी हिम्मत बढ़ी.. मैंने भी अपना हाथ थोड़ा नीचे किया.. तो वो भी उसके हाथ को छू गया।
हाथ टच होते ही उसने अपनी आँखें बंद कर लीं और मेरा हाथ पकड़ लिया।
मेरे बदन में जैसे करंट दौड़ गया..
फिर वो धीरे-धीरे मेरे हाथ को अपनी निक्कर के ऊपर ले जाने लगी, मेरा लण्ड खड़ा हो गया.. जीन्स को फाड़ने को हो गया।
इतने में उसके साथ वालों ने उसके पास आकर उससे चलने के लिए कहा।
उसने मेरी तरफ देखा..
तो मैंने कहा- आर यू गोइंग?
उसने कहा- या.. बट आई एम वेटिंग आउटसाइड…
इतना कहकर वो मुस्कुराकर चली गई।
मेरा दिल धाड़-धाड़ करने लगा। फिर मैं भी वहाँ से उठ कर चल पड़ा.. बाहर जा कर देखा तो वो दिखाई नहीं दी।
राजमंदिर के पास मैक डोनाल्डस है.. वो उसमें थी। उसे देखकर मेरी जान में जान आई.. वो बाहर आई और उसने मेरा नंबर लिया और ‘आई विल कॉल यू..’ कह कर चली गई।
मैं भी अपने कमरे पर चला गया।
लगभग 20 मिनट बाद उसका फ़ोन आया वो अपने होटल से बोल रही थी।
उसने मुझे अपने होटल बुलाया.. मैंने उसके पास जाने से पहले अपने लंड के आस-पास वाले बाल साफ़ किए और टैक्सी पकड़ कर होटल पहुँचा।
रिसेप्शन से पूछ कर उसके कमरे पर पहुँच कर बेल बजाई.. तो वो मेरे सामने थी.. उसने मेरा हाथ पकड़कर अन्दर खींच लिया।
मुझे विश्वास नहीं हो रहा था। ऐसा तो केवल फिल्मों में ही होता है। मेरे जिस्म में बुखार सा चढ़ गया।
क्या वास्तव में मेरे सामने एक गोरी लड़की है.. मैं ठहरा गाँव का निरा देहाती और ये साला हो क्या रहा है.. खैर यही सच्चाई थी।
उसने मुझे अपने पास बुलाया और मेरे गालों पर किस किया। मैंने भी उसके गले पर किस किया और उसे बाँहों में भर लिया।
अब वो मेरा हाथ पकड़ कर बिस्तर पर ले गई।
उसने मुझसे पूछा- तुम यहाँ पर आ कर खुश तो हो न?
तो मैंने कहा- मेरी तो मुराद पूरी हो गई.. मैं बहुत खुश हूँ।
फिर मैंने पूछा- मुझमें तुमने क्या देखा.. जो इतनी मेहरबान हो गई?
तो उसने कहा- पता नहीं.. वो पल ही कैसा था..
‘हम्म..’
उसने मुझसे कहा- कभी सेक्स किया है?
तो मैंने कहा- हाँ.. एक बार..
फिर उसने कहा- मैं अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ कई बार सेक्स कर चुकी हूँ।
मैं उसे चुदासी निगाहों से देखने लगा।
उसने कहा- सो.. वांट टू डू सम फन?
मैंने मौन रह कर अपनी मुंडी हिला दी।
अब उसने मेरे लंड पर हाथ रख दिया जो कि पहले से ही खड़ा हो रखा था। उसने मेरी चैन खोलकर अंडरवियर में हाथ डाला और उसे सहलाने लगी।
अब तक मैंने भी बहुत शराफत दिखा ली थी.. अब मुझसे नहीं रुका जा रहा था।
मैंने उसे धक्का देकर बिस्तर पर गिरा दिया और उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए।
आह्ह.. क्या अहसास था वो..
फिर मैंने उसकी टी-शर्ट निकाल दी।
अब मैं उसके मस्त नशीले शरीर को चूमने लगा.. तो उसने सिसकारी भरकर मुझे बाँहों में भर लिया।
फिर मैंने उसे उल्टा किया और उसकी सफेद ब्रा खींच कर हुक तोड़ दिया।
अब उसके सफ़ेद सेब मेरे हाथों में थे।
क्या बताऊँ दोस्त.. क्या माल था.. हाय मैंने उसके वो ‘सॉफ्ट-सॉफ्ट’ चूचे मुँह में लेकर चूसे.. तो उसकी सिसकारी निकल गई और वो कहने लगी- टेक मी इन हैवन..
मैंने कहा- यस माय डार्लिंग..
मैं किस करता-करता नीचे उसके पेट तक पहुँच गया। फिर धीमे से उसकी निक्कर का हुक खोल दिया और खींच कर बाहर निकाल दिया।
अब मेरे सामने लाइट पिंक रंग की चड्डी थी। मैंने अपने अन्दर का जानवर दिखाते हुए उसकी चड्डी में हाथ डाला और उसे फाड़ दी।
वो हंसकर कहने लगी- आई थिंक.. आई विल हैव टू बाइ न्यू अंडर गारमेंट्स..
अरे दोस्तो, बस पूछो मत.. क्या गदराई चूत थी.. सफाचट.. बाल एकदम साफ़.. मुझे तो चूत को चूसने का नहीं.. खाने मन करने लगा।
मैंने उसके चूत के होंठों पर अपने होंठ रखे और उसका जूस पीना शुरू कर दिया।
वो धनुष की तरह तन गई और उसने मेरे सिर को पकड़ लिया।
मैंने कम से कम दस मिनट तक उसका रस पिया। इस दौरान वो एक बार झड़ भी गई.. तब उसकी चूत में से निकला नमकीन पानी.. हय.. क्या मस्त स्वाद लगा था।
अब वो पागल हो गई थी.. उसने उठकर मेरा लंड पकड़ लिया और उसको बिना कोई वक्त जाया किए मुँह में पूरा डाल लिया।
फिर मेरा साढ़े छः इंच का लौड़ा उसके गले तक पहुँच गया।
करीब 5 मिनट तक उसने मेरे लंड को चूसा.. फिर मैं भी झड़ गया.. वो सारा वीर्य पी गई।
फिर उठ कर बोली- अब देखो.. मैं क्या करती हूँ।
मेरा लंड पकड़े-पकड़े वो मुझे बाथरूम में ले गई और वहाँ ले जा कर मुझसे कहा- मैं इस लंड को इतना टॉर्चर करूँगी कि ये सुन्न हो जाएगा।
फिर मेरे लंड जो कि झड़ जाने के बाद लटका हुआ था.. उसे एक हाथ से पकड़ कर दूसरे हाथ पर देकर मारा।
मेरे मुँह से चीख निकल गई.. लेकिन वो रुकी नहीं.. उसे मारते-मारते फिर से खड़ा कर लिया। वो भी केवल दस मिनट में..
अब वो मेरे लौड़े को हाथ से पकड़ कर जोर-जोर से ऊपर नीचे करने लगी।
दोस्तो, मुझे बहुत दर्द हो रहा था.. लेकिन क्या करूँ.. करीब 15 मिनट बाद लंड एकदम सुन्न हो गया। मुझे लंड महसूस ही नहीं हो रहा था।
फिर उसने मुझे वहीं लेटा दिया.. खुद ऊपर आ गई.. अब उसने मेरे लंड पर थोड़ा थूक डाला.. और अपनी चूत का मुँह मेरे लंड पर रख दिया।
फिर धीरे-धीरे उस पर बैठने लगी, थूक की चिकनाई से लंड धीरे-धीरे उसकी चूत में पूरा समा गया।
मुझे तो कुछ महसूस ही नहीं हो रहा था.. लेकिन वो सिसकारियां भर रही थी और “यस.. यस..” कर रही थी।
उसकी वो मादक आवाजें पूरे कमरे में गूंज रही थीं।
अब वो मेरे लौड़े पर ऊपर-नीचे होकर झटके मारने लगी.. फिर उसने झटके मारना तेज कर दिए।
इस दौरान उसकी गाण्ड मेरी जाँघों से टकरा रही थी और ‘फट.. फट..’ की आवाज आ रही थी।
लगभग 3-4 मिनट के बाद उसका शरीर कांपने लगा और ‘उई.. उई.. आह्ह.. उईईईईइ..’ करती हुई झड़ गई, मेरे सीने से लग गई.. मेरे लंड में तो अब तक कुछ महसूस ही नहीं हो रहा था.. वो तो सुन्न हो रखा था।
मैंने उसे उठाया और बिस्तर पर ले गया और उल्टा लेटा दिया फिर उसके पेट के नीचे हाथ लगाकर उसे घोड़ी बना दिया.. उसकी मस्त-मस्त गाण्ड देखकर उसे खाने का मन करने लगा।
दोस्तो, अब मैंने उसकी चिकनी गाण्ड को खूब चाटा और काट खाया। इसके बाद उसकी चूत में पीछे से अपना लंड पेल दिया.. उसकी चीख निकल गई तो मैंने उसे पूछा- आर यू आल राइट?
तो उसने कहा- फ़क मी बास्टर्ड..
यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !
उसके इतना कहते ही मेरा देशी खून खौल उठा.. और मैंने एक जोर से थाप लगते हुए कहा- तेरी माँ की चूत.. साली रण्डी.. ले..
अब मैंने अपनी लंड मशीन शुरू कर दी।
मैं इतने जोर-जोर से झटके मारने लगा कि उसके मुँह से आवाजें निकलने लगीं- ओह.. ओह.. ओह.. फ़क मी लाइक एनीमल..
अब उसकी सेक्सी आवाजें सुनकर मेरे लंड में भी चेतना लौटने लगी।
लगभग 15 मिनट तक उसे नॉन-स्टॉप चोदने के बाद उसकी चूत में तेज सरसराहट.. महसूस हुई.. जैसे कोई पानी की धार मेरे लंड से टकराई हो।
मतलब वो झड़ गई थी..
इसके ठीक बाद मेरे लंड भी पानी उगलने को तैयार हो गया और मेरे शरीर में एक झटका लगा और सारा वीर्य उसकी चूत की कटोरी में डाल दिया।
उस वक़्त जो मजा आया ना.. वो मुझे जिंदगी में किसी चीज में नहीं आया। हम दोनों निढाल हो गए थे.. एक-दूसरे के ऊपर-नीचे पड़े हुए थे।
फिर मैंने उठकर उसके गालों को किस किया और अपने कपड़े पहनने लगा।
वो बोली- आज रात यहीं रुक जाओ।
तो मैंने उसे अपना सूजा हुआ लंड दिखाया और जाने की मज़बूरी बताई.. तो उसके आँखों में आंसू आ गए।
दोस्तो, यहाँ मैं बता दूँ कि मेरा मकान-मालिक रात 12 बजे बाद घर में घुसने नहीं देता और तरह-तरह के सवाल पूछता है.. वो अलग।
मैंने उस लड़की से कहा- मैं कल फिर आ जाऊँगा..
लेकिन उसे अगले दिन जाना था.. उसने कहा- मेरे पास तुम्हारा नंबर तो है ही.. तुम्हें कॉल करूँगी..
दोस्तो.. दो दिन बाद उसका फोन आया और उसने कहा- वो अपने देश जा रही है और मुझे मिस करेगी।
अब मुझे उसकी याद आने लगी थी। उसकी आँखों के आंसू मुझे याद आ रहे थे.. ऐसा लग रहा था जैसे मुझे उससे प्यार हो गया हो।
मैं कई दिनों तक उसकी याद में पागल रहा था। जाते वक़्त उसने वहाँ के नंबर से फ़ोन करने के लिए कहा था.. लेकिन उसका फ़ोन 10 माह तक नहीं आया।
फिर एक दिन उसका फ़ोन आया और वो बोली- मेरी शादी हो गई है.. लेकिन तुम चाहो.. तो तुम्हें यहाँ बुला सकती हूँ।
मैंने उसे अपने दिल की बात बतलाई कि मैं उससे प्यार करने लगा था। उसने पता नहीं क्यों.. फोन काट दिया और आज तक उसका फ़ोन नहीं आया।
गल्पिका: सुनीता पृस्टी
प्रकाषक : bhauja .com
दोस्तो, मेरा नाम सैंडी उर्फ़ सनी जाट है और मैं जयपुर का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 27 वर्ष है.. मेरी हाईट 5’11” है.. रंग सांवला है.. एथलेटिक बॉडी है।
मैं bhauja.com का नियमित पाठक हूँ, मैंने आप लोगों की पसंदीदा Bhauja.com की कहानियाँ पढ़ीं.. तो मेरा भी मन किया कि आप लोगों को अपनी कहानी बताऊँ।
मैं अपने जीवन में घटी एक सच्ची घटना बताता हूँ.. इसे पढ़कर आपका भी मन करेगा कि काश.. सनी की जगह मैं होता।
मैं जयपुर में 4 सालों से रह रहा हूँ। एक बार मैं जयपुर के वर्ल्ड फेमस सिनेमा हॉल राजमंदिर में मूवी देखने जा रहा था। उस समय मैं नया-नया ही जयपुर में आया था.. इसलिए मेरा कोई दोस्त नहीं था.. मैं अकेला ही चला गया।
टिकट खरीद कर मैं अपनी सीट पर जा कर बैठ गया। मूवी शुरू होने के कुछ देर बाद विदेशी सैलानियों का एक झुण्ड हॉल में प्रवेश करता है.. मैं मध्य वाली गैलरी में एक सीट छोड़कर बैठा था।
उस झुण्ड में से एक विदेशी महिला मेरे पास आकर बैठ गई। मैंने पहली बार किसी विदेशी को इतने पास से देखा था। उसने ब्लैक टी-शर्ट और ग्रे निक्कर पहन रखी थी। वो लगभग 32 साल की महिला थी.. उसका रंग दूध जितना सफ़ेद था।
मूवी में एक सीन पर सारे दर्शक हंसने लगे.. तो उस महिला ने मुझसे पूछ लिया- ये क्यों हंस रहे हैं?
तो मैंने उस सीन का इंग्लिश में मतलब उसे बताया तो वो भी हंसने लगी। उसने मुझे ‘थैंक्स’ कहा और मेरा नाम पूछा।
मैंने अपना नाम बता कर उसका नाम पूछा.. तो उसने अपना नाम जिमी बताया और वो नीदरलैंड से थी।
कुछ देर बाद बैठक बदलते वक़्त मेरा हाथ उसकी जांघ से टकरा गया.. तो उसने मेरी तरफ देखा। मैंने उसे ‘सॉरी’ कहा.. तो वो केवल हल्के से मुस्कुराई।
मैंने किसी से सुना था कि विदेशी सैलानी शिकायत कर दे तो जमानत भी नहीं होती है.. इसलिए मैं थोड़ा संभल कर बैठा।
इस वक्त तक मैं उसे केवल दूर से ही देखना चाहता था। इंटरवल के बाद मूवी में एक रोमांटिक सीन आया.. तो वो बार-बार मेरी ओर देख रही थी।
परदे पर रोमांटिक सीन देखकर मेरे मन में भी उसकी तरफ देखने का मन करने लगा। मेरा ध्यान बार-बार उसके गले के नीचे वाले भाग पर जा रहा था.. जो कि टी-शर्ट का गला बड़ा और काफी खुला हुआ होने के कारण दिख रहा था।
शायद उसने भी ये देख लिया था.. लेकिन वो कुछ नहीं बोली।
उसने अपना हाथ हल्के से इस तरह अपनी जांघ के पास रखा कि वो मेरी जांघ को छू जाए।
इससे मेरी भी हिम्मत बढ़ी.. मैंने भी अपना हाथ थोड़ा नीचे किया.. तो वो भी उसके हाथ को छू गया।
हाथ टच होते ही उसने अपनी आँखें बंद कर लीं और मेरा हाथ पकड़ लिया।
मेरे बदन में जैसे करंट दौड़ गया..
फिर वो धीरे-धीरे मेरे हाथ को अपनी निक्कर के ऊपर ले जाने लगी, मेरा लण्ड खड़ा हो गया.. जीन्स को फाड़ने को हो गया।
इतने में उसके साथ वालों ने उसके पास आकर उससे चलने के लिए कहा।
उसने मेरी तरफ देखा..
तो मैंने कहा- आर यू गोइंग?
उसने कहा- या.. बट आई एम वेटिंग आउटसाइड…
इतना कहकर वो मुस्कुराकर चली गई।
मेरा दिल धाड़-धाड़ करने लगा। फिर मैं भी वहाँ से उठ कर चल पड़ा.. बाहर जा कर देखा तो वो दिखाई नहीं दी।
राजमंदिर के पास मैक डोनाल्डस है.. वो उसमें थी। उसे देखकर मेरी जान में जान आई.. वो बाहर आई और उसने मेरा नंबर लिया और ‘आई विल कॉल यू..’ कह कर चली गई।
मैं भी अपने कमरे पर चला गया।
लगभग 20 मिनट बाद उसका फ़ोन आया वो अपने होटल से बोल रही थी।
उसने मुझे अपने होटल बुलाया.. मैंने उसके पास जाने से पहले अपने लंड के आस-पास वाले बाल साफ़ किए और टैक्सी पकड़ कर होटल पहुँचा।
रिसेप्शन से पूछ कर उसके कमरे पर पहुँच कर बेल बजाई.. तो वो मेरे सामने थी.. उसने मेरा हाथ पकड़कर अन्दर खींच लिया।
मुझे विश्वास नहीं हो रहा था। ऐसा तो केवल फिल्मों में ही होता है। मेरे जिस्म में बुखार सा चढ़ गया।
क्या वास्तव में मेरे सामने एक गोरी लड़की है.. मैं ठहरा गाँव का निरा देहाती और ये साला हो क्या रहा है.. खैर यही सच्चाई थी।
उसने मुझे अपने पास बुलाया और मेरे गालों पर किस किया। मैंने भी उसके गले पर किस किया और उसे बाँहों में भर लिया।
अब वो मेरा हाथ पकड़ कर बिस्तर पर ले गई।
उसने मुझसे पूछा- तुम यहाँ पर आ कर खुश तो हो न?
तो मैंने कहा- मेरी तो मुराद पूरी हो गई.. मैं बहुत खुश हूँ।
फिर मैंने पूछा- मुझमें तुमने क्या देखा.. जो इतनी मेहरबान हो गई?
तो उसने कहा- पता नहीं.. वो पल ही कैसा था..
‘हम्म..’
उसने मुझसे कहा- कभी सेक्स किया है?
तो मैंने कहा- हाँ.. एक बार..
फिर उसने कहा- मैं अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ कई बार सेक्स कर चुकी हूँ।
मैं उसे चुदासी निगाहों से देखने लगा।
उसने कहा- सो.. वांट टू डू सम फन?
मैंने मौन रह कर अपनी मुंडी हिला दी।
अब उसने मेरे लंड पर हाथ रख दिया जो कि पहले से ही खड़ा हो रखा था। उसने मेरी चैन खोलकर अंडरवियर में हाथ डाला और उसे सहलाने लगी।
अब तक मैंने भी बहुत शराफत दिखा ली थी.. अब मुझसे नहीं रुका जा रहा था।
मैंने उसे धक्का देकर बिस्तर पर गिरा दिया और उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए।
आह्ह.. क्या अहसास था वो..
फिर मैंने उसकी टी-शर्ट निकाल दी।
अब मैं उसके मस्त नशीले शरीर को चूमने लगा.. तो उसने सिसकारी भरकर मुझे बाँहों में भर लिया।
फिर मैंने उसे उल्टा किया और उसकी सफेद ब्रा खींच कर हुक तोड़ दिया।
अब उसके सफ़ेद सेब मेरे हाथों में थे।
क्या बताऊँ दोस्त.. क्या माल था.. हाय मैंने उसके वो ‘सॉफ्ट-सॉफ्ट’ चूचे मुँह में लेकर चूसे.. तो उसकी सिसकारी निकल गई और वो कहने लगी- टेक मी इन हैवन..
मैंने कहा- यस माय डार्लिंग..
मैं किस करता-करता नीचे उसके पेट तक पहुँच गया। फिर धीमे से उसकी निक्कर का हुक खोल दिया और खींच कर बाहर निकाल दिया।
अब मेरे सामने लाइट पिंक रंग की चड्डी थी। मैंने अपने अन्दर का जानवर दिखाते हुए उसकी चड्डी में हाथ डाला और उसे फाड़ दी।
वो हंसकर कहने लगी- आई थिंक.. आई विल हैव टू बाइ न्यू अंडर गारमेंट्स..
अरे दोस्तो, बस पूछो मत.. क्या गदराई चूत थी.. सफाचट.. बाल एकदम साफ़.. मुझे तो चूत को चूसने का नहीं.. खाने मन करने लगा।
मैंने उसके चूत के होंठों पर अपने होंठ रखे और उसका जूस पीना शुरू कर दिया।
वो धनुष की तरह तन गई और उसने मेरे सिर को पकड़ लिया।
मैंने कम से कम दस मिनट तक उसका रस पिया। इस दौरान वो एक बार झड़ भी गई.. तब उसकी चूत में से निकला नमकीन पानी.. हय.. क्या मस्त स्वाद लगा था।
अब वो पागल हो गई थी.. उसने उठकर मेरा लंड पकड़ लिया और उसको बिना कोई वक्त जाया किए मुँह में पूरा डाल लिया।
फिर मेरा साढ़े छः इंच का लौड़ा उसके गले तक पहुँच गया।
करीब 5 मिनट तक उसने मेरे लंड को चूसा.. फिर मैं भी झड़ गया.. वो सारा वीर्य पी गई।
फिर उठ कर बोली- अब देखो.. मैं क्या करती हूँ।
मेरा लंड पकड़े-पकड़े वो मुझे बाथरूम में ले गई और वहाँ ले जा कर मुझसे कहा- मैं इस लंड को इतना टॉर्चर करूँगी कि ये सुन्न हो जाएगा।
फिर मेरे लंड जो कि झड़ जाने के बाद लटका हुआ था.. उसे एक हाथ से पकड़ कर दूसरे हाथ पर देकर मारा।
मेरे मुँह से चीख निकल गई.. लेकिन वो रुकी नहीं.. उसे मारते-मारते फिर से खड़ा कर लिया। वो भी केवल दस मिनट में..
अब वो मेरे लौड़े को हाथ से पकड़ कर जोर-जोर से ऊपर नीचे करने लगी।
दोस्तो, मुझे बहुत दर्द हो रहा था.. लेकिन क्या करूँ.. करीब 15 मिनट बाद लंड एकदम सुन्न हो गया। मुझे लंड महसूस ही नहीं हो रहा था।
फिर उसने मुझे वहीं लेटा दिया.. खुद ऊपर आ गई.. अब उसने मेरे लंड पर थोड़ा थूक डाला.. और अपनी चूत का मुँह मेरे लंड पर रख दिया।
फिर धीरे-धीरे उस पर बैठने लगी, थूक की चिकनाई से लंड धीरे-धीरे उसकी चूत में पूरा समा गया।
मुझे तो कुछ महसूस ही नहीं हो रहा था.. लेकिन वो सिसकारियां भर रही थी और “यस.. यस..” कर रही थी।
उसकी वो मादक आवाजें पूरे कमरे में गूंज रही थीं।
अब वो मेरे लौड़े पर ऊपर-नीचे होकर झटके मारने लगी.. फिर उसने झटके मारना तेज कर दिए।
इस दौरान उसकी गाण्ड मेरी जाँघों से टकरा रही थी और ‘फट.. फट..’ की आवाज आ रही थी।
लगभग 3-4 मिनट के बाद उसका शरीर कांपने लगा और ‘उई.. उई.. आह्ह.. उईईईईइ..’ करती हुई झड़ गई, मेरे सीने से लग गई.. मेरे लंड में तो अब तक कुछ महसूस ही नहीं हो रहा था.. वो तो सुन्न हो रखा था।
मैंने उसे उठाया और बिस्तर पर ले गया और उल्टा लेटा दिया फिर उसके पेट के नीचे हाथ लगाकर उसे घोड़ी बना दिया.. उसकी मस्त-मस्त गाण्ड देखकर उसे खाने का मन करने लगा।
दोस्तो, अब मैंने उसकी चिकनी गाण्ड को खूब चाटा और काट खाया। इसके बाद उसकी चूत में पीछे से अपना लंड पेल दिया.. उसकी चीख निकल गई तो मैंने उसे पूछा- आर यू आल राइट?
तो उसने कहा- फ़क मी बास्टर्ड..
यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !
उसके इतना कहते ही मेरा देशी खून खौल उठा.. और मैंने एक जोर से थाप लगते हुए कहा- तेरी माँ की चूत.. साली रण्डी.. ले..
अब मैंने अपनी लंड मशीन शुरू कर दी।
मैं इतने जोर-जोर से झटके मारने लगा कि उसके मुँह से आवाजें निकलने लगीं- ओह.. ओह.. ओह.. फ़क मी लाइक एनीमल..
अब उसकी सेक्सी आवाजें सुनकर मेरे लंड में भी चेतना लौटने लगी।
लगभग 15 मिनट तक उसे नॉन-स्टॉप चोदने के बाद उसकी चूत में तेज सरसराहट.. महसूस हुई.. जैसे कोई पानी की धार मेरे लंड से टकराई हो।
मतलब वो झड़ गई थी..
इसके ठीक बाद मेरे लंड भी पानी उगलने को तैयार हो गया और मेरे शरीर में एक झटका लगा और सारा वीर्य उसकी चूत की कटोरी में डाल दिया।
उस वक़्त जो मजा आया ना.. वो मुझे जिंदगी में किसी चीज में नहीं आया। हम दोनों निढाल हो गए थे.. एक-दूसरे के ऊपर-नीचे पड़े हुए थे।
फिर मैंने उठकर उसके गालों को किस किया और अपने कपड़े पहनने लगा।
वो बोली- आज रात यहीं रुक जाओ।
तो मैंने उसे अपना सूजा हुआ लंड दिखाया और जाने की मज़बूरी बताई.. तो उसके आँखों में आंसू आ गए।
दोस्तो, यहाँ मैं बता दूँ कि मेरा मकान-मालिक रात 12 बजे बाद घर में घुसने नहीं देता और तरह-तरह के सवाल पूछता है.. वो अलग।
मैंने उस लड़की से कहा- मैं कल फिर आ जाऊँगा..
लेकिन उसे अगले दिन जाना था.. उसने कहा- मेरे पास तुम्हारा नंबर तो है ही.. तुम्हें कॉल करूँगी..
दोस्तो.. दो दिन बाद उसका फोन आया और उसने कहा- वो अपने देश जा रही है और मुझे मिस करेगी।
अब मुझे उसकी याद आने लगी थी। उसकी आँखों के आंसू मुझे याद आ रहे थे.. ऐसा लग रहा था जैसे मुझे उससे प्यार हो गया हो।
मैं कई दिनों तक उसकी याद में पागल रहा था। जाते वक़्त उसने वहाँ के नंबर से फ़ोन करने के लिए कहा था.. लेकिन उसका फ़ोन 10 माह तक नहीं आया।
फिर एक दिन उसका फ़ोन आया और वो बोली- मेरी शादी हो गई है.. लेकिन तुम चाहो.. तो तुम्हें यहाँ बुला सकती हूँ।
मैंने उसे अपने दिल की बात बतलाई कि मैं उससे प्यार करने लगा था। उसने पता नहीं क्यों.. फोन काट दिया और आज तक उसका फ़ोन नहीं आया।
गल्पिका: सुनीता पृस्टी
प्रकाषक : bhauja .com