मेरा नाम आकाश है.. मै रायपुर (छ.ग.) का रहने वाला हूँ। यह घटना मेरे साथ तब हुई.. जब मैं 18 साल का हुआ ही था।
मेरे घर के बगल में एक भाभी रहती है.. जिसका नाम है प्रिया, मैंने उसका नाम बदल दिया है। उसकी उम्र 26 साल की है.. वो दिखने में इतनी अधिक सुन्दर है कि जो भी उसे देखे.. वो देखता ही रह जाए।
प्रिया के दो बच्चे हैं जो अभी छोटे हैं एक 3 साल का है और दूसरा 4 का है। उसका पति शराब पीता है.. जिसके कारण प्रिया उदास ही रहती है।
प्रिया की भरपूर जवानी को देख कर कम से कम 45-50 लोग उस पर लाइन मार चुके थे.. पर वो किसी को घास नहीं डालती थी। मुझे भी उसे पटाने में कम से कम एक साल लगा था।
मैंने हमेशा ही नशे में धुत्त उसके पति को रात में घर लाकर छोड़ा है.. और वैसे भी भाभी का सभी काम मैं ही करता हूँ।
एक दिन जब भाभी ने मुझसे मोबाइल को रिचार्ज करवाने के लिए बोला.. तो मैंने उनसे पूछा- इतना किससे बात करती हो?
तो वो शर्मा गईं और हँस कर बात को टाल गईं।
तब से मैं उसे रोज देखकर हँसा करता था.. तो वो भी मुझे देख कर हँसा करती थी।
अब मैं उसके बारे में सोच कर मुठ्ठ मारा करता था और रोज सोचा करता था कि उसको कब चोदने को मिलेगा.. उसको चोदने के लिए मैं बहुत अधिक व्याकुल सा हो चला था।
ऊपर वाले ने मेरी जल्दी ही सुन ली.. एक बार उसके पति को 5 दिनों के लिए बाहर जाना पड़ गया।
उन्होंने मेरे घर में मेरी माँ को बोल दिया था कि आकाश को मेरे यहाँ सोने के लिए भेज दीजिएगा।
जब मैं शाम को अपने घर आया.. तो मेरी मम्मी ने मुझसे कहा- रात को तुझे प्रिया के घर सोने जाना है।
मैं तो जैसे खुशी के मारे पागल हो गया था.. मन ही मन मैं बहुत खुश था।
रात को जब दस बजे मैं भाभी के घर गया.. तो भाभी ने दरवाजा खोला।
तो मैं उन्हें देखता ही रह गया.. वो एक झीने से गाउन में खड़ी खड़ी मुस्कुरा रही थी।
मैंने गौर से देखा उसके गाउन में से उसकी छोटी सी ब्रा दिख रही थी और उस जरा सी ब्रा में फंसे उसके कबूतर बाहर निकलने के लिए फड़फड़ा रहे थे।
मैं उसे देख कर कामुक भाव से मुस्कुरा दिया.. वो भी मुझे देख कर अपने होंठ काटने लगी और शर्मा गई।
वो अपने बच्चे को सुला चुकी थी.. मैं उससे बहुत देर तक बात करता रहा.. जब मैं हाल में सोने की तैयारी करने लगा.. तब भाभी मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अपने बेडरुम में ले गईं।
मैं बहुत खुश था कमरे में जाकर उन्होंने मुझे बिस्तर पर सोने को बोला.. मैं लेट गया।
काफी देर तक हम लोग बात करते रहे.. फिर वे सो गईं।
रात को जब मेरी नींद करीब एक बजे खुली तो मैंने देखा कि भाभी अपनी चूत में खुजली कर रही थीं और अपने मुँह से ‘आअह.. आह्ह..’ की आवाजें निकाल रही थीं। मेरा लन्ड धीरे-धीरे खड़ा होने लगा और पूरे 7 इन्च का हो गया।
इधर मैं अपना लन्ड हाथ से हिला रहा था.. उधर भाभी अपने चूचों को जोर-जोर से दबा रही थीं। मैंने देखा उसके चूचे गाउन से बाहर आ गए थे।
मैं पागल हो चुका था.. मैंने पहले दोनों बच्चों को धीरे-धीरे किनारे किया उसे पता भी नहीं चला।
अब मैं डर भी रहा था.. फिर मैंने आव देखा न ताव और एक ही झटके में उसके ऊपर चढ़ गया।
वो अचानक हुए इस हमले से डर गई और उसने मुझे जोर से अपने ऊपर से धक्का दे दिया।
मैं पलंग से नीचे गिर गया। भाभी मेरे ऊपर चिल्लाने लगी और मेरी माँ को बताने की धमकी देने लगी।
मेरा दिमाग खराब हो गया.. मैंने उसे जोर से बिस्तर में पटक दिया और उसके ऊपर चढ़ गया।
अब मैंने अपने होंठ उसके होंठों से चिपका दिए और उसे चुम्बन करने लगा। मैं उसकी गर्दन पे किस करने लगा.. अब वो मुझे हटाने के लिए कम जोर लगा रही थी।
मैंने उसकी ब्रा को खींच कर निकाल दिया और उसके चूचों को जोर-जोर से दबा कर चूसने लगा।
अब उसके मुँह से ‘आअहह.. उई..’ की सिसकारियां निकलने लगीं।
मैंने उसके गाउन को खींच कर निकाल दिया और उसके पूरे शरीर को चूमने लगा।
उसका विरोध खत्म हो गया था.. मैं चड्डी के ऊपर से उसकी चूत को फ़ैला-फ़ैला कर चाटने लगा। भाभी एकदम पगला सी गई.. और ‘चोद.. चोद..’ कहने लगी।
वो अपना हाथ मेरे बालों में फ़िराने लगी। मैं 15 मिनट तक उसकी चूत चाटता रहा।
अब मैंने अपना लन्ड उसके हाथ में दे दिया और वो मेरे लन्ड को सहलाने लगी। मैं उसके पैरों के बीच में आ गया और अपना लन्ड उसकी चूत के ऊपर रगड़ने लगा।
उसके बाद मैंने अपने लन्ड को हल्के से धक्का लगाया तो मेरा सुपाड़ा उसकी चूत में घुस गया।
प्रिया चिल्ला उठी- उई माँ.. मार डाला रे.. निकाल कुत्ते.. निकाल..
मैंने उसकी बात को अनसुना करते हुए एक जोर से शॉट मारा.. इस बार मेरा लन्ड एक बार में पूरा का पूरा उसकी कुलबुलाती चूत में समा गया।
अब मैं कुछ पलों तक रुकने के बाद प्रिया को जोर-जोर से चोदने लगा।
उसके मुँह से ‘आहह.. चोदो मेरे राजा.. आह्ह..’ की आवाजें आ रही थीं।
मैं उसे तीस मिनट तक चोदता रहा। उसके बाद हम दोनों एक साथ झड़ गए और हम दोनों इसी तरह 5 दिनों तक धमासान चुदाई में मस्त रहे।
प्रिया मुझसे बोली- जानू मैंने तो सोचा ही नहीं था कि तू इतना बड़ा चोदू निकलेगा।
अब प्रिया मेरे लौड़े से बहुत खुश है जब भी हमें समय मिलता है.. हम जरूर चुदाई करते हैं।
मेरे घर के बगल में एक भाभी रहती है.. जिसका नाम है प्रिया, मैंने उसका नाम बदल दिया है। उसकी उम्र 26 साल की है.. वो दिखने में इतनी अधिक सुन्दर है कि जो भी उसे देखे.. वो देखता ही रह जाए।
प्रिया के दो बच्चे हैं जो अभी छोटे हैं एक 3 साल का है और दूसरा 4 का है। उसका पति शराब पीता है.. जिसके कारण प्रिया उदास ही रहती है।
प्रिया की भरपूर जवानी को देख कर कम से कम 45-50 लोग उस पर लाइन मार चुके थे.. पर वो किसी को घास नहीं डालती थी। मुझे भी उसे पटाने में कम से कम एक साल लगा था।
मैंने हमेशा ही नशे में धुत्त उसके पति को रात में घर लाकर छोड़ा है.. और वैसे भी भाभी का सभी काम मैं ही करता हूँ।
एक दिन जब भाभी ने मुझसे मोबाइल को रिचार्ज करवाने के लिए बोला.. तो मैंने उनसे पूछा- इतना किससे बात करती हो?
तो वो शर्मा गईं और हँस कर बात को टाल गईं।
तब से मैं उसे रोज देखकर हँसा करता था.. तो वो भी मुझे देख कर हँसा करती थी।
अब मैं उसके बारे में सोच कर मुठ्ठ मारा करता था और रोज सोचा करता था कि उसको कब चोदने को मिलेगा.. उसको चोदने के लिए मैं बहुत अधिक व्याकुल सा हो चला था।
ऊपर वाले ने मेरी जल्दी ही सुन ली.. एक बार उसके पति को 5 दिनों के लिए बाहर जाना पड़ गया।
उन्होंने मेरे घर में मेरी माँ को बोल दिया था कि आकाश को मेरे यहाँ सोने के लिए भेज दीजिएगा।
जब मैं शाम को अपने घर आया.. तो मेरी मम्मी ने मुझसे कहा- रात को तुझे प्रिया के घर सोने जाना है।
मैं तो जैसे खुशी के मारे पागल हो गया था.. मन ही मन मैं बहुत खुश था।
रात को जब दस बजे मैं भाभी के घर गया.. तो भाभी ने दरवाजा खोला।
तो मैं उन्हें देखता ही रह गया.. वो एक झीने से गाउन में खड़ी खड़ी मुस्कुरा रही थी।
मैंने गौर से देखा उसके गाउन में से उसकी छोटी सी ब्रा दिख रही थी और उस जरा सी ब्रा में फंसे उसके कबूतर बाहर निकलने के लिए फड़फड़ा रहे थे।
मैं उसे देख कर कामुक भाव से मुस्कुरा दिया.. वो भी मुझे देख कर अपने होंठ काटने लगी और शर्मा गई।
वो अपने बच्चे को सुला चुकी थी.. मैं उससे बहुत देर तक बात करता रहा.. जब मैं हाल में सोने की तैयारी करने लगा.. तब भाभी मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अपने बेडरुम में ले गईं।
मैं बहुत खुश था कमरे में जाकर उन्होंने मुझे बिस्तर पर सोने को बोला.. मैं लेट गया।
काफी देर तक हम लोग बात करते रहे.. फिर वे सो गईं।
रात को जब मेरी नींद करीब एक बजे खुली तो मैंने देखा कि भाभी अपनी चूत में खुजली कर रही थीं और अपने मुँह से ‘आअह.. आह्ह..’ की आवाजें निकाल रही थीं। मेरा लन्ड धीरे-धीरे खड़ा होने लगा और पूरे 7 इन्च का हो गया।
इधर मैं अपना लन्ड हाथ से हिला रहा था.. उधर भाभी अपने चूचों को जोर-जोर से दबा रही थीं। मैंने देखा उसके चूचे गाउन से बाहर आ गए थे।
मैं पागल हो चुका था.. मैंने पहले दोनों बच्चों को धीरे-धीरे किनारे किया उसे पता भी नहीं चला।
अब मैं डर भी रहा था.. फिर मैंने आव देखा न ताव और एक ही झटके में उसके ऊपर चढ़ गया।
वो अचानक हुए इस हमले से डर गई और उसने मुझे जोर से अपने ऊपर से धक्का दे दिया।
मैं पलंग से नीचे गिर गया। भाभी मेरे ऊपर चिल्लाने लगी और मेरी माँ को बताने की धमकी देने लगी।
मेरा दिमाग खराब हो गया.. मैंने उसे जोर से बिस्तर में पटक दिया और उसके ऊपर चढ़ गया।
अब मैंने अपने होंठ उसके होंठों से चिपका दिए और उसे चुम्बन करने लगा। मैं उसकी गर्दन पे किस करने लगा.. अब वो मुझे हटाने के लिए कम जोर लगा रही थी।
मैंने उसकी ब्रा को खींच कर निकाल दिया और उसके चूचों को जोर-जोर से दबा कर चूसने लगा।
अब उसके मुँह से ‘आअहह.. उई..’ की सिसकारियां निकलने लगीं।
मैंने उसके गाउन को खींच कर निकाल दिया और उसके पूरे शरीर को चूमने लगा।
उसका विरोध खत्म हो गया था.. मैं चड्डी के ऊपर से उसकी चूत को फ़ैला-फ़ैला कर चाटने लगा। भाभी एकदम पगला सी गई.. और ‘चोद.. चोद..’ कहने लगी।
वो अपना हाथ मेरे बालों में फ़िराने लगी। मैं 15 मिनट तक उसकी चूत चाटता रहा।
अब मैंने अपना लन्ड उसके हाथ में दे दिया और वो मेरे लन्ड को सहलाने लगी। मैं उसके पैरों के बीच में आ गया और अपना लन्ड उसकी चूत के ऊपर रगड़ने लगा।
उसके बाद मैंने अपने लन्ड को हल्के से धक्का लगाया तो मेरा सुपाड़ा उसकी चूत में घुस गया।
प्रिया चिल्ला उठी- उई माँ.. मार डाला रे.. निकाल कुत्ते.. निकाल..
मैंने उसकी बात को अनसुना करते हुए एक जोर से शॉट मारा.. इस बार मेरा लन्ड एक बार में पूरा का पूरा उसकी कुलबुलाती चूत में समा गया।
अब मैं कुछ पलों तक रुकने के बाद प्रिया को जोर-जोर से चोदने लगा।
उसके मुँह से ‘आहह.. चोदो मेरे राजा.. आह्ह..’ की आवाजें आ रही थीं।
मैं उसे तीस मिनट तक चोदता रहा। उसके बाद हम दोनों एक साथ झड़ गए और हम दोनों इसी तरह 5 दिनों तक धमासान चुदाई में मस्त रहे।
प्रिया मुझसे बोली- जानू मैंने तो सोचा ही नहीं था कि तू इतना बड़ा चोदू निकलेगा।
अब प्रिया मेरे लौड़े से बहुत खुश है जब भी हमें समय मिलता है.. हम जरूर चुदाई करते हैं।