में आप सभी के प्यारे सुनीता भाभी हूँ । ये कहानी आज और आपकी जौन जीबन के लिए कृपया ध्यान से पढ़कर समझिए ।
मेरे मसाला कारखाने में अकाउंट विभाग में जेनी नाम की लड़की अकाउंटेंट थी, उसकी उमर कोई 23 साल, हाइट 5’6″ फ़ीगर 34-28-36, गुलाबी रंग, बड़ी-2 आंखें, गुलाबी होंठ… वो सच में बला की खूबसूरत थी।
खूब कसे हुए बूब्स, पतली जांघें, बहुत ही प्यारी और सेक्सी लड़की थी वो !
जब से वो काम करने के लिए आई, मैं तो बस उसको ही देखता रहता था… उसकी फ़ीगर कमाल की थी, घने काले बाल थे।
मैं अपने केबिन से छिप छिप कर उसको देखता रहता और सोचता रहता था कि कब मैं इस सेक्सी लड़की को चोद पाऊंगा।
जब भी वो मेरे केबिन में चेक या किसी फाइल पर साइन करवाने आती, मैं उसे अक्सर अपने सामने बैठा लेता।
मुझे यह पता था कि उसका बॉयफ्रेंड ही उसे आफिस छोड़ने और लेने आता है।
इस बीच वो अचानक 5 दिन तक बिना छुट्टी लिए गायब रही। अकाउंटेंट के ना होने से सारा विभाग परेशान रहा। मैंने पांचवें दिन उसके घर आदमी भेजा तो उसने अपना सेल फोन ऑन किया, फोन उठाते ही वो रो पड़ी।
मैंने कहा- ठीक है, मैं घर आ रहा हूँ।
मैं उसके फ्लैट पर पहुँचा तो वो नाईट गाउन में थी, चेहरे पर उदासी और आँखों के नीचें काले सर्कल बता रहे थे कि कुछ तो गड़बड़ है। मैंने उसके हाथों को पकड़ा और बोला- जेनी, तुम अगर मुझे अपना समझो तो अपना गम मुझ से बता सकती हो।
उसने रोते हुए कहा कि उसके बॉयफ्रेंड राहुल ने उसे धोखा दिया है, वो उसकी ज्यूलरी और नकद 30 हजार की रकम ले उड़ा है जो उसने फ्लैट की किश्त के लिए जमा किये थे।
उसने मुझसे कहा कि वेतन के अलावा कुछ और पैसों की जरूरत है और वो ये पैसे धीरे धीरे वापिस कर देगी।
मैंने वहीं से पुलिस में कार्यरत अपने एक दोस्त को फोन पर जेनी की मुसीबत बताई, वो बोला- मुंबई तो क्या इंडिया में कहीं भी छिपे उस नालायक को पुलिस पकड़ लेगी।
यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !
तीन दिन बाद जेनी के बॉयफ्रेंड राहुल ने जेसे ही सिम बदल कर अपना मोबाइल चालू किया, वो पुलिस के सर्विलांस पर ट्रेक हो गया, कुछ घंटे में वो पुलिस की हिरासत में था।
जेनी की ज्यूलरी और नकद 20 हजार की रकम उससे बरामद हो गई, 10 हजार से उसने अपना कर्ज चुका दिया था।
जेनी ज्यूलरी और 20 हजार की रकम उससे बरामद हो जाने से बहुत खुश थी।
तब मैंने अपनी मेट कामना को उसके साथ लगा दिया था। वो लंच में उसे मेरे बारे में बहुत कुछ बताया करती थी।
कुछ दिन बाद कामना ने मुझे बताया कि जेनी भी अब मेरी तरफ आकर्षित है।
मेरा जन्म दिन दो दिन बाद था, मैं उसके साथ सेक्स करना चाहता था इसलिए मैंने उसे कहा कि अगर वो मुझ पर विश्वास करती है तो मैं उससे अकेले में मिलना चाहता हूँ, वो भी दो दिन बाद अपने जन्मदिन पर!
वो मान गई।
मैंने उसे शाम सात बजे घर आने को कहा और कहा कि मैं घर पर ही उसकी फ्लैट की किश्त में कम पड़ रही दस हजार की राशि भी दे दूंगा।
मेरे घर वाले भी घूमने बाहर गए हुए थे इसलिए मैंने उसे घर पर बुला लिया था।
अगले दिन जब वो घर आई तो उसने ब्लू जीन्स और रेड शर्ट पहनी हुई थी और बाल खुले हुए थे, उस वक्त वो कयामत लग रही थी। उसे देख कर मेरा लण्ड एक दम से खड़ा हो गया, मैंने बड़ी मुश्किल से अपने आप को सम्भाला और उसे अपने ड्राइंगरूम में ले गया।
वो घर में किसी को ना देख हैरान थी, मैंने कहा- सब बाहर गए, आज सिर्फ मैं और तुम मेरा जन्मदिन सेलीब्रेट करेंगे।
उसे अपने आगे करते हुए मैंने और उसने एक साथ चाक़ू पकड़ कर केक काटा, मैं उसके पीछे होने से उससे चिपक गया था।
फिर मैंने उसे अपनी और घुमाते हुए एक दूसरे को केक खिलाया।
म्यूजिक बज रहा था, हेप्पी बर्थ डे यू डियर सर गाते गाते वो अब मेरी बाहों में थी, मैंने उससे पूछा कि उसका राहुल के अलावा भी कोई बॉयफ़्रेन्ड है क्या?
उसने कहा- नहीं !
मैं जानता था की वो अपने बॉयफ़्रेन्ड राहुल के साथ सो चुकी होगी इसलिए उसे बिस्तर पर लाना कोई मुश्किल काम नहीं है।
मैंने उसको अपने पास बुलाया और उसके हाथ अपने हाथों में ले कर कहा- तुम मेरी गर्ल-फ़्रेन्ड बन जाओ जेनी, मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ।
वह शरमाई गई तो मैंने देर नहीं की और उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और अपनी बाहों में भर लिया।
उसने कहा- छोड़ो मुझे ! कोई आ जाएगा !
मैंने कहा- ताला बंद है अब कोई नहीं आएगा !
मैं उसके बूब्स दबाने लगा।
उसने शरमा कर कहा- सर मैं भी आपसे से प्यार करती हूँ।
यह सुन कर मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा और मैंने उसे अपनी बाँहों में जकड़ लिया। उसके बूब्स मेरी छाती से छू रहे थे और मैं और ज़्यादा पागल हो रहा था, उसके ठन्डे होंठ मेरे होंठों से चिपक गये। उसके मखमली बदन का अहसास मेरे जिस्म में होने लगा, मेरा लण्ड तन गया था, उसके नरम और ठन्डे बदन को मैं सहला रहा था।
वो भी मेरे बदन से ऐसे लिपट रही थी कि कहीं मैं उसे छोड़ कर ना चला जाऊँ।
मेरा लन्ड बहुत टाईट होता जा रहा था, मेरे बदन में सिरहन बढती जा रही थी। अब मैं उसको अपने और करीब लेकर आया और अपने होंठो को उसके होंठों पर रख कर चूमने लगा।
मैं बड़े प्यार से उसके उसके पूरे चेहरे पर चूमने लगा उसके गालों पर, उसकी गर्दन पर… फिर मैंने उसे पीछे से पकड़ कर उसकी शर्ट का पहला बटन खोला तो वो एकदम से बोली- यह क्या कर रहे हैं सर?
मैंने कहा- हम एक दूसरे से प्यार करते हैं इसलिए इसमें कोई बुराई नहीं है।
यह बोलते बोलते मैंने उसकी शर्ट के तीन चार बटन खोल दिए। मैंने उसकी शर्ट उतार दी और वो लाल ब्रा में तो कयामत लग रही थी, लाल ब्रा में बंद उसके बूब्स बाहर निकलने को तड़प रहे थे।
तब उसका ध्यान मेरे लंड पर गया जो बहुत खड़ा हो चुका था और उसे बार बार चुभ भी रहा था।
मैंने कहा- इसे देखना चाहोगी?
उसकी शर्म ख़त्म हो चुकी थी, उसने मेरी पैंट का बटन खोल कर मेरी पैंट और मेरा अंडरवियर भी उतार दिया और मेरे लंड को ले कर जोर जोर से मूठ मारने लगी।
थोड़ी बहुत ना नुकर के बाद वो मेरा लंड अपने मुंह में लेकर उसे चूसने लगी। उसके चूसने से मेरा लंड और भी बड़ा हो गया। उसे मेरे लंड को चूसने में और उसके साथ खेलने में बड़ा मज़ा आ रहा था लेकिन मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था इसलिए मैंने उसकी जींस भी उतार दी।
उसने लाल पैंटी पहनी हुई थी, वो सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में मेरे सामने खड़ी थी, मैं उसको पागलों की तरह चूमने लगा।
मैंने उसको उल्टा किया और अपने हाथ से उसकी ब्रा के हुक खोल दिए… अब वो भी तड़प रही थी चुदवाने के लिए!
उसके बूब्स को देख कर मेरा लंड कड़क होने लगा तब सबसे पहले मैंने उसके निप्पल को चूसा। उसके निप्पल भी बड़े सख्त थे और मुझे भी उन्हें चूसने में बड़ा मज़ा आ रहा था।
उसकी आंखें बंद थी और वो गर्म सांसें छोड़ रही थी।
मैं जेनी के शरीर के सब हिस्सों पर किस करने लगा। जैसे ही मैंने उसकी पैन्टी को हाथ लगाया तो वो गीली थी।
मैंने जेनी से कहा- जेनी ! तुम तो झड़ चुकी हो।
उसने कहा- हाँ !
फिर मैं उसके बूब्स को दोनों हाथों से ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और वो तड़पने लगी फिर मैंने उसकी पैंटी खींच कर उतार दी।
मेरे इस तरह करने से वो और ज़्यादा उत्तेजित हो रही थी।
तब मैंने उसकी चूत को देखा, उसकी चूत पर बाल नहीं थे , उसकी चिकनी चूत बहुत मस्त लग रही थी। उसकी चूत को देख कर मुझे मजा आ गया और मैं उसकी चूत में ऊँगली डाल कर उसके जी स्पॉट पर ठोकर मारने लगा।
उत्तेजित जेनी ज़ोर ज़ोर से सिसकने लगी आह आ ओ ऊ ऊ करने लगी।
थोड़ी देर बाद मैंने देखा कि वो बहुत गरम हो चुकी थी लेकिन मैं उसको और गरम करना चाहता था इसलिए अब मैं अपने लंड को उसकी चूत पर घुमाने लगा, जिससे वो और ज़्यादा गरम हो रही थी।
मैंने अपने लंड को उसके बूब्स के बीच में अच्छी तरह दबा दिया, वो भी मेरे लंड को अपने बूब्स में रख कर ज़ोर ज़ोर से दबाने लगी।
तब उसने मुझसे कहा- मानस, अब और सहा नहीं जा रहा है।
मैं नीचे लेट गया लंड पर कन्डोम चढ़ा लिया, जेनी अब मेरे ऊपर बैठ गई उसने मेरा लंड पकड़ा और पहले अपनी चूत पर घिसने लगी, फिर मैंने एक झटके से अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया, मेरे लंड घुसाते ही जेनी ज़ोर से चीखी।
मेरा पूरा लंड उसकी चूत के अन्दर था और जेनी ज़ोर ज़ोर से हिलने लगी।
वो अब मुझे चोद रही थी और मैं कभी उसके बूब्स को दबा रहा था और कभी उसके निप्पल को चूस रहा था।
10 मिनट बाद हम दोनों झड़ चुके थे।
फिर थोड़ी देर बाद हम दोनों बाथरूम में गए और इकट्ठे नहाते वक्त एक बार फिर घोड़ी बना कर सेक्स किया।
वो रात भर मेरे साथ ही रही और हमने तीन बार सेक्स किया, वो रात मेरी जिंदगी की सबसे हसीन रात थी।
सुबह मैं उसे उसके फ्लैट पर छोड़ आया!
उसका और मेरा साथ एक साल चला, अब वो अपने एक रिश्तेदार से शादी कर लन्दन में बस गई है।
कहानी अच्छी लगी या बुरी, प्लीज मेल कीजिये !
मेरे मसाला कारखाने में अकाउंट विभाग में जेनी नाम की लड़की अकाउंटेंट थी, उसकी उमर कोई 23 साल, हाइट 5’6″ फ़ीगर 34-28-36, गुलाबी रंग, बड़ी-2 आंखें, गुलाबी होंठ… वो सच में बला की खूबसूरत थी।
खूब कसे हुए बूब्स, पतली जांघें, बहुत ही प्यारी और सेक्सी लड़की थी वो !
जब से वो काम करने के लिए आई, मैं तो बस उसको ही देखता रहता था… उसकी फ़ीगर कमाल की थी, घने काले बाल थे।
मैं अपने केबिन से छिप छिप कर उसको देखता रहता और सोचता रहता था कि कब मैं इस सेक्सी लड़की को चोद पाऊंगा।
जब भी वो मेरे केबिन में चेक या किसी फाइल पर साइन करवाने आती, मैं उसे अक्सर अपने सामने बैठा लेता।
मुझे यह पता था कि उसका बॉयफ्रेंड ही उसे आफिस छोड़ने और लेने आता है।
इस बीच वो अचानक 5 दिन तक बिना छुट्टी लिए गायब रही। अकाउंटेंट के ना होने से सारा विभाग परेशान रहा। मैंने पांचवें दिन उसके घर आदमी भेजा तो उसने अपना सेल फोन ऑन किया, फोन उठाते ही वो रो पड़ी।
मैंने कहा- ठीक है, मैं घर आ रहा हूँ।
मैं उसके फ्लैट पर पहुँचा तो वो नाईट गाउन में थी, चेहरे पर उदासी और आँखों के नीचें काले सर्कल बता रहे थे कि कुछ तो गड़बड़ है। मैंने उसके हाथों को पकड़ा और बोला- जेनी, तुम अगर मुझे अपना समझो तो अपना गम मुझ से बता सकती हो।
उसने रोते हुए कहा कि उसके बॉयफ्रेंड राहुल ने उसे धोखा दिया है, वो उसकी ज्यूलरी और नकद 30 हजार की रकम ले उड़ा है जो उसने फ्लैट की किश्त के लिए जमा किये थे।
उसने मुझसे कहा कि वेतन के अलावा कुछ और पैसों की जरूरत है और वो ये पैसे धीरे धीरे वापिस कर देगी।
मैंने वहीं से पुलिस में कार्यरत अपने एक दोस्त को फोन पर जेनी की मुसीबत बताई, वो बोला- मुंबई तो क्या इंडिया में कहीं भी छिपे उस नालायक को पुलिस पकड़ लेगी।
यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !
तीन दिन बाद जेनी के बॉयफ्रेंड राहुल ने जेसे ही सिम बदल कर अपना मोबाइल चालू किया, वो पुलिस के सर्विलांस पर ट्रेक हो गया, कुछ घंटे में वो पुलिस की हिरासत में था।
जेनी की ज्यूलरी और नकद 20 हजार की रकम उससे बरामद हो गई, 10 हजार से उसने अपना कर्ज चुका दिया था।
जेनी ज्यूलरी और 20 हजार की रकम उससे बरामद हो जाने से बहुत खुश थी।
तब मैंने अपनी मेट कामना को उसके साथ लगा दिया था। वो लंच में उसे मेरे बारे में बहुत कुछ बताया करती थी।
कुछ दिन बाद कामना ने मुझे बताया कि जेनी भी अब मेरी तरफ आकर्षित है।
मेरा जन्म दिन दो दिन बाद था, मैं उसके साथ सेक्स करना चाहता था इसलिए मैंने उसे कहा कि अगर वो मुझ पर विश्वास करती है तो मैं उससे अकेले में मिलना चाहता हूँ, वो भी दो दिन बाद अपने जन्मदिन पर!
वो मान गई।
मैंने उसे शाम सात बजे घर आने को कहा और कहा कि मैं घर पर ही उसकी फ्लैट की किश्त में कम पड़ रही दस हजार की राशि भी दे दूंगा।
मेरे घर वाले भी घूमने बाहर गए हुए थे इसलिए मैंने उसे घर पर बुला लिया था।
अगले दिन जब वो घर आई तो उसने ब्लू जीन्स और रेड शर्ट पहनी हुई थी और बाल खुले हुए थे, उस वक्त वो कयामत लग रही थी। उसे देख कर मेरा लण्ड एक दम से खड़ा हो गया, मैंने बड़ी मुश्किल से अपने आप को सम्भाला और उसे अपने ड्राइंगरूम में ले गया।
वो घर में किसी को ना देख हैरान थी, मैंने कहा- सब बाहर गए, आज सिर्फ मैं और तुम मेरा जन्मदिन सेलीब्रेट करेंगे।
उसे अपने आगे करते हुए मैंने और उसने एक साथ चाक़ू पकड़ कर केक काटा, मैं उसके पीछे होने से उससे चिपक गया था।
फिर मैंने उसे अपनी और घुमाते हुए एक दूसरे को केक खिलाया।
म्यूजिक बज रहा था, हेप्पी बर्थ डे यू डियर सर गाते गाते वो अब मेरी बाहों में थी, मैंने उससे पूछा कि उसका राहुल के अलावा भी कोई बॉयफ़्रेन्ड है क्या?
उसने कहा- नहीं !
मैं जानता था की वो अपने बॉयफ़्रेन्ड राहुल के साथ सो चुकी होगी इसलिए उसे बिस्तर पर लाना कोई मुश्किल काम नहीं है।
मैंने उसको अपने पास बुलाया और उसके हाथ अपने हाथों में ले कर कहा- तुम मेरी गर्ल-फ़्रेन्ड बन जाओ जेनी, मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ।
वह शरमाई गई तो मैंने देर नहीं की और उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और अपनी बाहों में भर लिया।
उसने कहा- छोड़ो मुझे ! कोई आ जाएगा !
मैंने कहा- ताला बंद है अब कोई नहीं आएगा !
मैं उसके बूब्स दबाने लगा।
उसने शरमा कर कहा- सर मैं भी आपसे से प्यार करती हूँ।
यह सुन कर मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा और मैंने उसे अपनी बाँहों में जकड़ लिया। उसके बूब्स मेरी छाती से छू रहे थे और मैं और ज़्यादा पागल हो रहा था, उसके ठन्डे होंठ मेरे होंठों से चिपक गये। उसके मखमली बदन का अहसास मेरे जिस्म में होने लगा, मेरा लण्ड तन गया था, उसके नरम और ठन्डे बदन को मैं सहला रहा था।
वो भी मेरे बदन से ऐसे लिपट रही थी कि कहीं मैं उसे छोड़ कर ना चला जाऊँ।
मेरा लन्ड बहुत टाईट होता जा रहा था, मेरे बदन में सिरहन बढती जा रही थी। अब मैं उसको अपने और करीब लेकर आया और अपने होंठो को उसके होंठों पर रख कर चूमने लगा।
मैं बड़े प्यार से उसके उसके पूरे चेहरे पर चूमने लगा उसके गालों पर, उसकी गर्दन पर… फिर मैंने उसे पीछे से पकड़ कर उसकी शर्ट का पहला बटन खोला तो वो एकदम से बोली- यह क्या कर रहे हैं सर?
मैंने कहा- हम एक दूसरे से प्यार करते हैं इसलिए इसमें कोई बुराई नहीं है।
यह बोलते बोलते मैंने उसकी शर्ट के तीन चार बटन खोल दिए। मैंने उसकी शर्ट उतार दी और वो लाल ब्रा में तो कयामत लग रही थी, लाल ब्रा में बंद उसके बूब्स बाहर निकलने को तड़प रहे थे।
तब उसका ध्यान मेरे लंड पर गया जो बहुत खड़ा हो चुका था और उसे बार बार चुभ भी रहा था।
मैंने कहा- इसे देखना चाहोगी?
उसकी शर्म ख़त्म हो चुकी थी, उसने मेरी पैंट का बटन खोल कर मेरी पैंट और मेरा अंडरवियर भी उतार दिया और मेरे लंड को ले कर जोर जोर से मूठ मारने लगी।
थोड़ी बहुत ना नुकर के बाद वो मेरा लंड अपने मुंह में लेकर उसे चूसने लगी। उसके चूसने से मेरा लंड और भी बड़ा हो गया। उसे मेरे लंड को चूसने में और उसके साथ खेलने में बड़ा मज़ा आ रहा था लेकिन मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था इसलिए मैंने उसकी जींस भी उतार दी।
उसने लाल पैंटी पहनी हुई थी, वो सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में मेरे सामने खड़ी थी, मैं उसको पागलों की तरह चूमने लगा।
मैंने उसको उल्टा किया और अपने हाथ से उसकी ब्रा के हुक खोल दिए… अब वो भी तड़प रही थी चुदवाने के लिए!
उसके बूब्स को देख कर मेरा लंड कड़क होने लगा तब सबसे पहले मैंने उसके निप्पल को चूसा। उसके निप्पल भी बड़े सख्त थे और मुझे भी उन्हें चूसने में बड़ा मज़ा आ रहा था।
उसकी आंखें बंद थी और वो गर्म सांसें छोड़ रही थी।
मैं जेनी के शरीर के सब हिस्सों पर किस करने लगा। जैसे ही मैंने उसकी पैन्टी को हाथ लगाया तो वो गीली थी।
मैंने जेनी से कहा- जेनी ! तुम तो झड़ चुकी हो।
उसने कहा- हाँ !
फिर मैं उसके बूब्स को दोनों हाथों से ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और वो तड़पने लगी फिर मैंने उसकी पैंटी खींच कर उतार दी।
मेरे इस तरह करने से वो और ज़्यादा उत्तेजित हो रही थी।
तब मैंने उसकी चूत को देखा, उसकी चूत पर बाल नहीं थे , उसकी चिकनी चूत बहुत मस्त लग रही थी। उसकी चूत को देख कर मुझे मजा आ गया और मैं उसकी चूत में ऊँगली डाल कर उसके जी स्पॉट पर ठोकर मारने लगा।
उत्तेजित जेनी ज़ोर ज़ोर से सिसकने लगी आह आ ओ ऊ ऊ करने लगी।
थोड़ी देर बाद मैंने देखा कि वो बहुत गरम हो चुकी थी लेकिन मैं उसको और गरम करना चाहता था इसलिए अब मैं अपने लंड को उसकी चूत पर घुमाने लगा, जिससे वो और ज़्यादा गरम हो रही थी।
मैंने अपने लंड को उसके बूब्स के बीच में अच्छी तरह दबा दिया, वो भी मेरे लंड को अपने बूब्स में रख कर ज़ोर ज़ोर से दबाने लगी।
तब उसने मुझसे कहा- मानस, अब और सहा नहीं जा रहा है।
मैं नीचे लेट गया लंड पर कन्डोम चढ़ा लिया, जेनी अब मेरे ऊपर बैठ गई उसने मेरा लंड पकड़ा और पहले अपनी चूत पर घिसने लगी, फिर मैंने एक झटके से अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया, मेरे लंड घुसाते ही जेनी ज़ोर से चीखी।
मेरा पूरा लंड उसकी चूत के अन्दर था और जेनी ज़ोर ज़ोर से हिलने लगी।
वो अब मुझे चोद रही थी और मैं कभी उसके बूब्स को दबा रहा था और कभी उसके निप्पल को चूस रहा था।
10 मिनट बाद हम दोनों झड़ चुके थे।
फिर थोड़ी देर बाद हम दोनों बाथरूम में गए और इकट्ठे नहाते वक्त एक बार फिर घोड़ी बना कर सेक्स किया।
वो रात भर मेरे साथ ही रही और हमने तीन बार सेक्स किया, वो रात मेरी जिंदगी की सबसे हसीन रात थी।
सुबह मैं उसे उसके फ्लैट पर छोड़ आया!
उसका और मेरा साथ एक साल चला, अब वो अपने एक रिश्तेदार से शादी कर लन्दन में बस गई है।
कहानी अच्छी लगी या बुरी, प्लीज मेल कीजिये !